World No Tobacco Day (विश्व तंबाकू निषेध दिवस)
तंबाकू का सेवन एक खतरनाक आदत है, जो गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है। यह एक मुख्य समस्या है जो विश्वभर में देखी जाती है और उसके कारण लाखों लोग प्रतिवर्ष पीड़ित होते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने World No Tobacco Day (विश्व तंबाकू निषेध दिवस) का आयोजन किया है, जो हर साल 31 मई को मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से, World Health Organization तंबाकू से जुड़ी जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है और लोगों को तंबाकू के खिलाफ जागरूक करता है।तंबाकू का सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। जब हम तंबाकू का सेवन करते हैं, तो उसमें मौजूद निकोटीन हमारे शरीर को संतुलित रखने वाले रसायनिक प्रभावों को उत्पन्न करता है। इसके परिणामस्वरूप, यह हमारे दिल, फेफड़ों, मस्तिष्क,पाचन तंत्र, और अन्य शरीर के हिस्सों को प्रभावित करता है। तंबाकू का उपयोग बहुत सारी बीमारियों का कारण बनता है, जिनमें से कुछ ज्यादातर जानलेवा हो सकती हैं।
•तंबाकू का जन्म स्थान कौन सा देश है?
तंबाकू का जन्म स्थान दक्षिण अमेरिका है। यह यहाँ की प्राचीन सभ्यताओं में प्रयुक्त होने वाले पौधे की मान्यता के अनुसार खुदायी के दौरान मिले गए हैं। तंबाकू का उपयोग शुरूआत से ही आदिवासी जनजातियों द्वारा किया जाता रहा है। इसकी विस्तारशील खेती और उत्पादन आज विश्व भर में कई देशों में होता है।•विश्व में सबसे ज्यादा तंबाकू की खेती और उत्पादन कहां होता है?
विश्व भर में, सबसे अधिक तंबाकू का उत्पादन चीन में होता है। चीन तंबाकू का मुख्य उत्पादक देश है और विश्व बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चीन के बाद, अन्य महत्वपूर्ण तंबाकू उत्पादक देशों में ब्राज़ील, भारत, अमेरिका, इंडोनेशिया, शामिल हैं।
•भारत में तंबाकू की शुरुआत कब हुई थी?
भारत में तंबाकू की खेती का इतिहास बहुत पुराना है। विश्व भर में तंबाकू की भरपूर मात्रा के बावजूद, तंबाकू की खेती का भारत में पहला प्रमाण 16वीं शताब्दी के मध्य से मिलता है। मुग़लकाल में तंबाकू के उत्पादन को बढ़ावा मिला। British East India Company के आगमन के बाद, तंबाकू की खेती, उत्पादन और भी बढ़ गए। आज भारत दुनिया के सबसे बड़े तंबाकू उत्पादक देशों में से एक है और भारतीय तंबाकू उद्योग एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्षेत्र है।•तंबाकू पर प्रतिबंध लगाने वाला विश्व का पहला देश कौन सा है?
तंबाकू के नशे को कम करने के लिए, कई देशों ने इस पर प्रतिबंध लगाया है। दुनिया का पहला तंबाकू पर प्रतिबंध लगाने वाला देश भूटान था, जो 2004 में ऐसा करने वाला देश बना। वर्तमान में कुछ और देशों ने भी तंबाकू को पूरी तरह से मुक्त करने के लिए कठोर नियमों को लागू किया है।●तंबाकू के दुष्प्रभाव:-
★ चिंता और तनाव बढ़ाता है (Tobacco causes Anxiety and depression)?तंबाकू न केवल शारीरिक समस्याओं का कारण है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है। तंबाकू के सेवन से चिंता और तनाव की स्तिथि बढ़ सकती है। निकोटीन मस्तिष्क में एक सुखाने वाला प्रभाव डालता है जो चिंता को कम करने और सुख की अवस्था उत्पन्न करने की कोशिश करता है, लेकिन यह अस्थायी और अवांछित प्रभाव होता है। धूम्रपान करने वाले लोगों को अक्सर उदासी, तनाव, चिंता, और डिप्रेशन के लक्षण दिखाई देते हैं।
★ भोजन में तंबाकू के पत्तों का प्रयोग?
भोजन में तंबाकू के पत्तों का प्रयोग भी धूम्रपान का एक प्रमुख स्रोत है। धूम्रपान के अलावा, तंबाकू के पत्ते या पान में मौजूद निकोटीन, कत्था और बीन जैसे तत्वों के कारण भोजन का स्वाद बढ़ता है। यह आदत खाने के वक्त और भी खतरनाक होती है, क्योंकि यह तंबाकू संबंधित रोगों का खतरा बढ़ाती है और पाचन तंत्र को प्रभावित करती है।
★ मिसकैरेज का जोखिम (Miscarriage from tobacco)?
तंबाकू के सेवन से महिलाओं को भी बहुत बड़ा जोखिम होता है। गर्भवती महिलाओं में धूम्रपान करने से मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है। निकोटीन और अन्य विषाणुओं की मौजूदगी गर्भ में उत्पन्न होती है, जो गर्भनाल में कमजोरी पैदा कर सकती है और गर्भपात का खतरा बढ़ा सकती है।
★व्यस्क के लिए हानिकारक (Tobacco side effect for adolescent)?
तंबाकू का सेवन व्यस्कों के लिए भी नुकसानदायक होता है। युवा वर्षों में धूम्रपान करने से उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर गलत प्रभाव पड़ता है। तंबाकू में मौजूद निकोटीन न्यूरोनाल शरीर के विकास को प्रभावित करता है और युवा के शरीर की स्वास्थ्य सुरक्षा को कमजोर कर सकता है। इससे उनके शिक्षा, करियर, और सामाजिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
★ कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा (Coronary Heart Disease from Tobacco)?
तंबाकू का सेवन कई दिल के रोगों के खतरे को भी बढ़ाता है, जिसमें से एक है कोरोनरी हार्ट डिजीज (Coronary Heart Disease)। तंबाकू में मौजूद विषाणुओं की वजह से धूम्रपान करने वाले व्यक्ति का हृदय कमजोर हो जाता है और उन्हें अधिक दिल की बीमारी के खतरे का सामना करना पड़ता है। धूम्रपान के अधिक इस्तेमाल से हार्ट अटैक और दिल की समस्याओं का खतरा बना रहता हैं।
• अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
तंबाकू के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए World No Tobacco Day (विश्व तंबाकू निषेध दिवस )महत्वपूर्ण है। इस दिन पर, सभी लोगों को तंबाकू के खतरों के बारे में जागरूक किया जाता है। और इस हमे अपने आप को भी इस आदत से मुक्ति पाने के लिए संकल्प लेना चाहिए। इस समस्या को दूर करने के लिए, हमें साझा मुद्दों के लिए संगठित रूप से काम करना चाहिए, जिसमें स्वास्थ्य अधिकारियों, सरकारी अभियांत्रिकों, गैर सरकारी संगठनों, अकादमिक संस्थाओं, और सामुदायिक संगठनों का सहयोग हो। इस तरह, हम स्वस्थ और तंबाकू मुक्त समाज की ओर प्रगति कर सकते हैं।तंबाकू से निपटने का मार्ग कठिन हो सकता है, लेकिन यह संभव है। सही जागरूकता, समर्थन, और निरंतर संघर्ष से हम तंबाकू के विरुद्ध एक स्वस्थ और बेहतर दुनिया बना सकते हैं। हमें तंबाकू के प्रभावों को समझना और अपनी संघर्ष तंत्र को मजबूत करना चाहिए, ताकि हम स्वस्थ, सकारात्मक, और सुरक्षित जीवन जी सकें।